Amarnath Yatra 2023: 1 जुलाई यानी आज से अमरनाथ यात्रा की शुरूआत हो गई. शनिवार को अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था जम्मू-कश्मीर के गांदरबल स्थित बालटाल आधार शिविर से अमरनाथ गुफा के लिए रवाना हुआ. इस बार अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं. आसमान से लेकर जमीन तर हर जगह सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. जहां ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है तो वहीं स्क्वॉड डॉग भी सुरक्षा में तैनात किए गए हैं. इसी बीच तीर्थयात्रियों से ऑनलाइन ठकी करने का मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक, जम्मू में करीब 300 श्रद्धालओं से ऑनलाइन ठगी की खबर है.
बताया जा रहा है कि ठगी का शिकार होकर ये तीर्थयात्री जम्मू में फंस गए हैं, जिन तीर्थ यात्रियों से ठगी की गई है वे उत्तर प्रदेश, दिल्ली और गाजियाबाद के बताया जा रहे हैं. जिनके साथ जम्मू पहुंचकर ठगी की गई. इन श्रद्धालओं का कहना है कि कुछ टूर ऑपरेटर्स ने अमरनाथ यात्रा के ऑनलाइन पैकेज के नाम पर इन तीर्थयात्रियों को फर्जी रजिस्ट्रेशन का झांसा देकर ठग लिया.
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, यात्रियों ने बताया कि हर यात्री से दस्तावेज के नाम पर 7000 रुपये लिए गए हैं. लेकिन जब अमरनाथ यात्रा पर जाने के लिए यात्री जम्मू पहुंचे और उनके दस्तावेजों की जांच हुई थी तो पता चला कि टूर ऑपरेटर्स ने जो दस्तावेज सौंपे थे वो सभी जाली थे. इस पूरी घटना के बाद ठगी का शिकार हुए श्रद्धालओं परेशान हो गए. बता दें कि ये सभी श्रद्धालु आरएफआइडी कार्ड लेने के लिए पंजीकरण केंद्र पर पहुंचे थे. इन यात्रियों का श्राइन बोर्ड के पोर्टल पर कोई डेटा नहीं मिला. जिसके बाद जम्मू और कठुआ प्रशासन की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.
ऐसे हुआ ठगी का खुलासा
जम्मू-कश्मीर की डिप्टी कमिश्नर अवनी लवासा के मुताबिक, पुलिस ने इस मामले में शिकायत दर्ज कर ली है और आगे की जांच की जा रही है. यही नहीं उन्होंने तीर्थयात्रियों को सलाह भी दी है. डिप्टी कमिश्नर अवनी लवासा का कहना है कि अमरनाथ यात्रा के लिए सिर्फ ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर ही रजिस्टर करें. कठुआ प्रशासन के मुताबिक, ई-केवाईसी वेरिफिकेशन और आरएफआइडी कार्ड जारी करने के समय इस फर्जीवाड़े का पता चला. प्रशासन का कहना है कि अमरनाथ यात्रा के नाम पर श्रद्धालुओं से धोखाधड़ी करने वाली ट्रैवल एजेंसी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए पूरे मामले को पुलिस प्रशासन को सौंप दिया गया है. इसके साथ ही प्रशासन ने लोगों को सलाह दी है कि किसी भी फर्जी ट्रेवल एजेंसी के परमिट जारी करने को लेकर सतर्क रहे.