कानपुर. आरिफ और सारस की दोस्ती के किस्से अब उत्तर प्रदेश या देश में नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंच चुके हैं. जहां एक ओर आरिफ सारस के बिना नहीं रह सकता तो वहीं सारस ने भी अपने प्यार और दोस्ती का इजहार कई बार किया है. हालांकि, इस दोस्ती के बीच वन विभाग बार-बार आड़े आ रहा है. ऐसे में आरिफ सारस की दोस्ती जल्द ही अदालत के दरवाजे तक पहुंच सकती है. ऐसा इसलिए नहीं कि सारस को आरिफ को सौंप दिया जाए; बल्कि इसलिए कि आरिफ को प्राणी उद्यान में मुलाकात से रोका ना जाए, या फिर सारस को आजाद कर दिया जाए.
बता दें कि बुधवार को कानपुर चिड़ियाघर पहुंचे आरिफ को चिड़ियाघर के कर्मचारियों ने सारस से मिलने नहीं दिया था, जिससे वह बहुत आहत हुआ था. इस पर आरिफ कहते हैं कि पाकिस्तान से आकर यहां लोग मोहब्बत के नाम पर रह सकते हैं, लेकिन हम अपने दोस्त से नहीं मिल सकते हैं, बड़ी अजीब बात है. आरिफ ने गुरुवार को वीडियो जारी कर के यह सब बातें कहीं.
यहां यह भी बता दें कि 22 मार्च को अमेठी की कुछ तस्वीरें वायरल हुईं थीं, जिसमें आरिफ के साथ सारस दिख रहे थे. यह मामला जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो 9 अप्रैल को वन विभाग की एक टीम अमेठी पहुंची और सारस को अमेठी से कानपुर प्राणी उद्यान में शिफ्ट कर दिया गया. उसके बाद से दो से तीन बार कानपुर प्राणी उद्यान भी आया एक बार आरिफ मास्क लगाकर प्राणी उद्यान पहुंचे जैसे ही आरिफ ने अपना मास्क हटाया तो सारस खुशी से झूमने लगा. यह दृश्य बाड़े के पास मौजूद प्राणी उद्यान के कर्मचारियों ने भी देखा और वहां घूमने आए लोगों ने भी देखा था.
इसके बाद जब बुधवार को परिजनों संग आज फिर पहुंचे थे पर उन्हें कर्मचारियों ने पहचान कर भी रोक दिया था, जिससे वह बहुत दुखी हुआ और न्यायालय की शरण में जाने की बात भी कहने लगा. अब देखना दिलचस्प होगा कि मामला अगर अदालत की चौखट पर पहुंचता है तो सारस और आरिफ के बीच इस अगाध प्रेम और दोस्ती के बीच वन विभाग की अड़चन पर कोर्ट से क्या फैसला आता है.