DESK: आतंक के खिलाफ कार्रवाई में असम पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। यहां इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) के दो शीर्ष आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है। जानकारी के अनुसार, विशिष्ट इनपुट के आधार पर दो शीर्ष नेताओं को धुबरी सेक्टर के धर्मशाला इलाके से दबोचा गया है। दोनों आतंकियों की गिरफ्तारी बांग्लादेश से भारत की सीमा में दाखिल होते वक्त की गई।
हारिस फारूकी भारत में आईएसआईएस प्रमुख
गिरफ्तारी के बाद उन्हें गुवाहाटी में एसटीएफ ऑफिस लाया गया। आरोपी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के भी वॉन्टेड हैं। इन आरोपियों की पहचान देहरादून के चकराता के हारिस फारूकी उर्फ हरीश अजमल फारुखी के रूप में हुई है। हारिस फारूकी भारत में आईएसआईएस का प्रमुख है। इसी के साथ उसके सहयोगी दीवाना, पानीपत निवासी अनुराग सिंह उर्फ रेहान को भी गिरफ्तार किया गया है। अनुराग ने कुछ समय पहले इस्लाम कबूल कर लिया था। उसकी पत्नी बांग्लादेश की नागरिक है।
Based on specific input, two top-rung leaders of ISIS in India were apprehended from the Dharmasala area of Dhubri Sector and brought to the STF office in Guwahati. The accused are also wanted accused of NIA. They have been identified as Haris Farooqi @ Harish Ajmal Farukhi of… pic.twitter.com/1Zi4xAHha3
— ANI (@ANI) March 20, 2024
आईएसआईएस के प्रशिक्षित सदस्य
जानकारी के अनुसार, हारिस और रेहान भारत में आईएसआईएस के सबसे ज्यादा प्रशिक्षित सदस्य हैं। उन पर पूरे भारत में कई स्थानों पर भर्ती, आतंकी फंडिंग और आतंकी कृत्यों को अंजाम देने की साजिश का आरोप है। फारूकी को आईएसआईएस का सबसे प्रशिक्षित और प्रेरित नेता माना जाता है। वह युवाओं की आतंकी संगठन में बड़े पैमाने पर भर्ती कर रहा था। वहीं कुछ रिपोर्ट्स में ये भी दावा किया गया है कि फारूकी ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स ऑफ एएमयू (SAMU) की स्थापना की थी। दिसंबर में यूपी एटीएस ने इस संगठन के नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की थी। उन पर आतंकी संगठन आईएसआईएस से जुड़े होने का आरोप लगा था।
दिल्ली से लेकर लखनऊ तक कई मामले दर्ज
कहा जा रहा है कि दोनों ने भारत में आईएसआईएस के नेटवर्क को आगे बढ़ाया था। आरोपियों के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। एनआईए, दिल्ली, एटीएस, लखनऊ समेत कई जगहों पर कई मामले लंबित हैं। असम पुलिस के सीपीआरओ ने कहा- एसटीएफ, असम पुलिस इन आरोपियों के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई करने के लिए एनआईए को सौंपेगी।