भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर का इसलिए दिनदहाड़े मर्डर करना चाहते थे हमलावर, पुलिस ने किया बड़ा खुलासा
उत्तर प्रदेश में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद पर हमला करने वाले आरोपी ने कबूल नामा किया है। चंद्रशेखर आजाद पर हमला करने वाले चार आरोपियों को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया था चारों युवकों को पुलिस ने हरियाणा के अंबाला से गिरफ्तार किया था वही हमलावरों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ शुरू की थी पूछताछ के बाद आज बड़ा खुलासा हुआ है पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हमलावर आजाद चंद्रशेखर केकई बयानों से उन्हें गंभीर नाराजगी थी और वह दिन दहाड़े उनकी हत्या करना चाहते थे।
हमलावरों से पूछताछ के बाद डीआईजी सहारनपुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि हमलावर चंद्रशेखर आजाद का मर्डर करना चाहते थे। हालांकि पुलिस को चंद्रशेखर पर हुए हमले का कोई ठोस मोटिव नहीं मिला है। पकड़े गए आरोपियों में लावी विकास और प्रसार देवबंद के गांव रणखंडी के रहने वाले हैं।जबकि चौथा आरोपी हरियाणा के करनाल का रहने वाला है।
बिहार में NIA और ATS की रेड, PFI मामले में हो रही छापेमारी, पटना और दरभंगा पहुंची टीम
हमलावरों ने इस तरह बनाया था प्लान
हमलावरों ने घटना वाले दिन 28 जून को रोहना कला टोल पर चंद्रशेखर आजाद के आने की जानकारी मिली थी। कार्यक्रम की जानकारी होते ही शूटरों ने चंद्रशेखर की हत्या की ठान ली थी। आजाद के समर्थकों से शूटरों ने देवबंद में अगले कार्यक्रम की जानकारी भी ले ली थी इसके बाद देवबंद पहुंचकर कार्यक्रम स्थल की रेकी की करनाल के रहने वाले विकास की कार में पहले से दो तमंचे थे। करनाल का रहने वाला विकास हमले के वक्त स्विफ्ट गाड़ी चला रहा था स्विफ्ट ब्रेकर पर गाड़ी धीमे होते ही गाड़ी को ओवरटेक कर तीन राउंड फायरिंग की गई।
शूटरों पर पहले से दर्ज है कई मुकदमे
दो गोली रणखंडी गांव के रहने वाले विकास और एक गोली प्रशांत ने चलाई थी चंद्रशेखर पर हमला करने के बाद आज के समय शूटरों की गाड़ी में तेल खत्म हो गया। तो गाड़ी को मिरागा के पास छोड़कर फरार हो गए थे।
बता दे कि 28 जून को सहारनपुर के देवबंद में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर के काफिले पर फायरिंग की गई इस जानलेवा हमले में चंद्रशेखर गंभीर रूप से घायल हो गए थे।इलाज के लिए उन्हें देवबंद के अस्पताल में भर्ती कराया गया था हमलावर हरियाणा नंबर की कार में आए थे गोली चंद्रशेखर की पेड़ से छूकर निकली थी हालांकि उनकी हालत खतरे से बाहर है और वह अस्पताल से डिस्चार्ज हो गए है।