बिहार में अब बिजली बिल रिचार्ज से कमाई का मौका मिल रहा है. बिहार में बिजली वितरण कंपनियों ने अपने स्मार्ट प्रीपेड मीटर के उपभोक्ताओं को रिचार्ज पर ब्याज दिए जाने की घोषणा की है. बस इसके लिए शर्त ये है कि कम से कम दो हजार रुपए का रिचार्ज कराना होगा. उपभोक्ता अगर तीन माह की खपत के बराबर का बिजली बिल का रिचार्ज एकमुश्त कराता है तो उसे 5.15 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलेगा.
6 महीने की अवधि का रिचार्ज कराने पर 5.40 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलेगा. तो वहीं छह महीने से ज्यादा के एकमुश्त रिचार्ज पर 5.65 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलेगा. यह ब्याज दर बैंक से मिलने वाले ब्याज से कहीं ज्यादा है. बैंक के सेविंग अकांउट में औसतन 3 से साढ़े तीन प्रतिशत तक ही ब्याज मिलता है.
एकमुश्त रिचार्ज से जहां ग्राहकों को पांच प्रतिशत से ज्यादा ब्याज मिल रहा है वहीं बिजली कंपनियों को भी इससे बहुत फायदा होगा. दरअसल बिहार में 1.80 करोड़ से ज्यादा बिजली उपभोक्ता हैं. अगर इन उपभोक्ताओं में से पांच प्रतिशत उपभोक्ता करीब 9 लाख उपभोक्ता भी एडवांस रिचार्ज करते हैं तो दो महीने में प्रति ग्राहक दो हजार के हिसाब से 180 करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगा. इसके बाद बिजली कंपनी के पास सालाना करीब 21 सौ करोड़ रुपए एडवांस में आ जाएगा.
कंपनी के लिए भी ये लाभ का गणित
इसके बाद बिजली कंपनी इस पैसे का इस्तेमाल नई परियोजनाओं में कर पाएगी. कंपनी को नए प्रोजेक्ट के लिए बैंक या वित्तीय संस्था से लोन नहीं लेना पड़ेगा. बिजली कंपनी इसके बदले अपने ग्राहकों को ही ब्याज का भुगतान करेगी. बिहार में स्मार्ट प्रीपेड मीटर के उपभोक्ताओं को बैलेंस खत्म होने से पहले रिचार्ज पर दो प्रतिशत जबकि ऑनलाइन रिचार्ज पर मिलने वाला एक प्रतिशत की विशेष छूट दिया जाता है. बताया जा रहा है कि उपभोक्ताओं को मिलने वाला ये छूट भी जारी रहेगा.