Khesari Lal Yadav: भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार एक्टर और सिंगर खेसारी लाल यादव पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. बिहार की छपरा कोर्ट ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है. मामला साल 2019 में एक जमीन की खरीद और चेक बाउंस से जुड़ा है. खेसारी लाल यादव ने अपनी पत्नी चंदा देवी के नाम पर एक जमीन खरीदने का सौदा किया था, जिसके पैसे नहीं दिए गए. हालांकि, चार साल पुराने इस मामले में गिरफ्तारी से बचने के लिए खेसारी ने पहले कोर्ट से अंतरिम जमानत ले ली थी. लेकिन अब वह सुनवाई में उपस्थित नहीं हो रहे हैं, जिसके चलते कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया है.
यह आदेश छपरा न्यायालय के न्यायिक दंडाधिकारी श्रेणी प्रियांशु शर्मा ने रसूलपुर थाना कांड संख्या 120/19 में एनआई एक्ट मुकदमा संख्या 2676/23 में जारी किया है. इस मामले में शत्रुघ्न कुमार उर्फ खेसारी लाल यादव आरोपी हैं. इसके साथ ही कोर्ट ने रसूलपुर थाने के धानाडीह गांव निवासी खेसारी लाल यादव को मिले अंतरिम जमानत के आदेश को भी रद्द कर दिया है. ऐसे में मामला कानूनी तौर पर पेचीदा हो गया है.
खेसारी लाल यादव पिछली कई कोर्ट सुनवाइयों से गैरहाजिर रहे हैं. इससे कोर्ट का समय बर्बाद हुआ और सुनवाई ठीक से नहीं हो सकी. 16 अगस्त 2019 को रसूलपुर थाने के असहनी गांव निवासी मृत्युंजयनाथ पांडे ने खेसारी लाल यादव के खिलाफ चेक बाउंस का यह मामला दर्ज कराया था.
खेसारी लाल यादव ने दिया था 18 लाख का चेक, हो गया बाउंस
कोर्ट में दायर याचिका और पुलिस की एफआईआर के मुताबिक मृत्युंजय पांडे ने शत्रुघ्न कुमार उर्फ खेसारी लाल यादव की पत्नी चंदा देवी से अपनी जमीन 22 लाख 7 हजार रुपये में बेचने का सौदा किया था. इस संबंध में जमीन की रजिस्ट्री भी 4 जून 2019 को हो चुकी है. खेसारी लाल यादव ने जमीन की खरीद के भुगतान के तौर पर मृत्युंजय पांडे को 18 लाख रुपये का चेक दिया था, जिसे उन्होंने 20 जून 2019 को बैंक में जमा कर दिया था. लेकिन यह चेक 24 जून 2019 को बैंक द्वारा वापस कर दिया गया.