Sawan 2023: 19 साल बाद सावन 59 दिनों का है, इस वजह से इस साल सावन के महीने में एक नहीं बल्कि दो शिवरात्रि के योग बन रहे हैं. अगर आप भी कावड़ यात्रा कर रहे हैं तो ये दिन आपके लिए और भी खास है. हर साल हिंदू तीर्थ स्थानों से शिव भक्त कावड़ में गंगाजल भरकर लाते हैं और शिवरात्रि के दिन भोलनाथ को अर्पित करते हैं. हरिद्वार से लेकर गोमुख, गंगोत्री, काशी, विश्वनाथ, बैद्यनाथ, नीलकंठ, देवघर जैसे कई पवित्र स्थानों पर जाकर लोग कावड़ में जल लेकर पैदल अपने घर की ओर आते हैं और फिर जिस भी मंदिर में उनकी आस्था है वो वहां शिवरात्रि को जल अर्पण करते हैं. तो साल 2023 में शिवरात्रि के दिन जलाभिषेक करने का शुभ मुहूर्त क्या है आइए जानते हैं.
59 दिनों के सावन में 2 बार आएगी शिवरात्रि
-पहली शिवरात्रि 15 जुलाई 2023 को है
-दूसरी शिवरात्रि 14 अगस्त 2023 को है
पहली शिवरात्रि 15 जुलाई को शाम 08:32 मिनट से शुरु हो रही है और ये 16 जुलाई को रात 10:08 बजे तक है. आइए अब आपको बताते हैं शिव मंदिर में जल अर्पित करने का शुभ मुहूर्त क्या है.
शिवरात्रि में शिव पूजा निशिता काल मुहूर्त में की जाती है. शिव पूजा का समय – 16 जुलाई 2023 को सुबह 12.07 – 12.48 बजे का है
इस बार 15 जुलाई से लेकर 16 जुलाई तक तीन शुभ मुहूर्त हैं.
– पूजा के लिए पहले प्रहर का मुहूर्त – 15 जुलाई को शाम 07:21 बजे से 09:54 बजे तक है
– पूजा के लिए दूसरा प्रहर का मुहूर्त – 15 जुलाई को रात 09:54 बजे से 16 जुलाई को सुबह 12:27 बजे तक है
– पूजा के लिए तीसरे प्रहर का मुहूर्त – 16 जुलाई को सुबह 12:27 बजे से दोपहर 3 बजे तक है.
तो आपके घर से अगर कोई इस साल कावड़ यात्रा करने गया है तो आप इस शुभ मुहूर्त के हिसाब से उनके घर आने की तैयारियां कर लें. किसी भी पवित्र स्थान से गंगाजल लेकर जब कावड़िये शिवलिंग पर नहीं चढ़ा देते तब तक वो अपने घर नहीं जाते. बिना प्याज लहसुन का सात्विक भोजन ही करते हैं. तो आने वाली है साल 2023 की पहली शिवरात्रि आप भी अपने शुभ कार्यों को इस समय कर सकते हैं पूरा.