Tata की इस फैक्टरी में 40 साल बाद होने जा रही है हड़ताल, आखिर क्यों हैं कर्मचारी नाराज?
Tata ग्रुप की गिनती दुनिया के सबसे बेहतरीन एम्प्लॉयर्स में से एक के तौर पर होती है. ग्रुप ने जब जमशेदपुर में अपनी पहली स्टील फैक्टरी लगाई, उस समय भी कर्मचारियों के लिए क्रेच से लेकर अस्पताल जैसी सुविधाओं का निर्माण किया. लेकिन अब ग्रुप की इसी स्टील बिजनेस से जुड़ी एक फैक्टरी के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने वाले हैं. इस फैक्टरी के ये वर्कर्स करीब 40 साल बाद हड़ताल करने जा रहे हैं.
यहां बात हो रही है टाटा स्टील की ब्रिटेन स्थित फैक्टरी की, जहां करीब 1,500 कर्मचारी आठ जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करेंगे. ये हड़ताल वेल्स के पोर्ट टैलबोट और लैनवर्न में स्थित प्लांट्स में की जाएगी. कर्मचारी कंपनी के करीब 2,800 कर्मचारियों की छंटनी और ब्लास्ट फर्नेस को बंद करने का विरोध कर रहे हैं.
फैक्टरी में 40 साल बाद होगी हड़ताल
कर्मचारियों के समूह का नेतृत्व कर रहे ‘यूनाइट द यूनियन’ का कहना है कि 40 वर्षों में ये पहली बार होगा, जब ब्रिटेन में स्टील फैक्टरी के कर्मचारियों ने टाटा स्टील यूके के ऑपरेशंस को गंभीर रूप से प्रभावित करने के उद्देश्य से हड़ताल का आह्वान किया है. यूनियन के सदस्यों ने इस हफ्ते की शुरुआत से ही नियमानुसार काम करना और ओवरटाइम पर प्रतिबंध लगाना शुरू कर दिया है.
‘यूनाइट द यूनियन’ का कहना है, ‘टाटा के पोर्ट टैलबोट और लानवर्न में स्थित करीब 1,500 कर्मचारी कंपनी की 2,800 नौकरियों में कटौती और इसके ब्लास्ट फर्नेस को बंद करने की योजना के विरोध में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करने जा रहे हैं.’
यूनाइट की जनरल सेक्रेटरी शेरोन ग्राहम का कहना है, ‘टाटा के कर्मचारी सिर्फ अपनी नौकरियों के लिए नहीं लड़ रहे हैं. वो अपनी कम्युनिटी के फ्यूचर और वेल्स में स्टील उद्योग के भविष्य के लिए लड़ रहे हैं.’
प्लान कैंसिल नहीं होने तक हड़ताल
शेरोम ग्राहम का कहना है कि जब तक टाटा ग्रुप अपनी विनाशकारी योजनाओं को रोक नहीं देता, तब तक ये हड़ताल जारी रहेगी. ‘यूनाइट द यूनियन’ वेल्स स्टील उद्योग को बचाने के लिए लड़ रहा है. टाटा के कर्मचारियों की ऐतिहासिक लड़ाई में उनका पूरा समर्थन कर रहा है, जिसके वे हकदार हैं.’
यूनियन का दावा है कि विपक्षी लेबर पार्टी ने टाटा स्टील से अपनी योजनाओं को रोकने के लिए कहा है. साथ ही ब्रिटेन में चार जुलाई के आम चुनाव के बाद नई चुनी गई सरकार के साथ बातचीत करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि लेबर पार्टी ने चुनाव जीतने पर टाटा के साथ इमरजेंसी मीटिंग को प्राथमिकता देने की बात कही है.
टाटा स्टील की ओर से कहा गया है कि वह कर्मचारियों के इस कदम से निराश है. वह यूनियन से इस हड़ताल को स्थगित करने को लेकर बातचीत कर रही है.