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Uttarakhand Tunnel Collapse: आखिर कब तक चलेगा रेस्क्यू ऑपरेशन? DM ने दिया जवाब

Uttarakhand Tunnel Collapse: उत्तराखंड के उत्तरकाशी टनल में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. माना जा रहा है कि आज यानी गुरुवार को किसी भी समय तक मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा. राहत व बचाव कार्यों को अंजाम देने के लिए बाहर से भी कुछ टेक्नीशियशं को बुलवाया गया है. वेल्डिंग विशेषज्ञों को दिल्ली से सिल्कयारा सुरंग स्थल पर बुलाया गया है, फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए बचाव अभियान लगातार जारी है.

अंतर्राष्ट्रीय टनलिंग विशेषज्ञ, अर्नोल्ड डिक्स सिल्कयारा सुरंग स्थल पर पहुंचे.  अर्नोल्ड डिक्स ने बताया, “इस समय, ऐसा लगता है जैसे हम सामने के दरवाजे पर हैं और हम उस पर दस्तक दे रहे हैं। हम जानते हैं कि लोग दूसरी तरफ हैं. मैं देखने जा रहा हूं और देखूंगा कि क्या हो रहा है.

DM ने दी मामले की पूरी जानकारी

उत्तरकाशी सुरंग बचाव अभियान पर DM अभिषेक रूहेला ने जानकारी देते हुए बताया कि सभी मशीनें काम कर रही हैं… हम अधिकांश दूरी पूरी कर चुके हैं, थोड़ा काम बचा है. अभी किसी के लिए ये बताना संभव नहीं है कि कार्य पूर्ण होने में कितना समय लगेगा. कई बार नई समस्या आ जाती है.  कार्य तेजी से चल रहा है. सभी के साथ सही से समन्वय बना कर कार्य हो रहा है. कार्य पर भारत सरकार और राज्य सरकार दोनों लगातार नजर रख रहे हैं.

भारत सरकार से पूरा सहयोग मिल रहा है. DM अभिषेक रूहेला ने बताया कि अभी जो बचाव कार्य चल रहा है उसमें कुछ चुनौतियां आ रही हैं. उससे निजात पाने के लिए कुछ विशेषज्ञों को बुलाया गया है. उनके सलाह के आधार पर बचाव कार्य को आगे बढ़ाया जा रहा है. काम करने वाले लोगों की सुरक्षा भी आवश्यक है.

रेस्क्यू ऑपरेशन का आज 12वां दिन

आपको बता दें कि उत्तरकाशी की सुरंग में फंसे 41 मजदूरों के बचाव के लिए चलाए जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन का आज 12वां दिन है. हालांकि माना जा रहा है कि आज रेस्क्यू ऑपरेशन का अंतिम दिन हो सकता है और किसी भी समय तक मजदूरों को बाहर निकाल लिया जाएगा.

उत्तरकाशी सुरंग बचाव पर  PMO के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे ने कहा कि हम अभी कोशिश कर रहे हैं कि 45 मीटर के आगे 6 मीटर और जाने के लिए जो पाइप वेल्डिंग करनी होती है, वे हम तैयार कर रहे हैं.

रात में 45 मीटर के मुंह पर कुछ स्टील की संरचना सामने आ गई थी. उसको अंधेरे और बिना ऑक्सीजन के जगह पर काटने में हमें 6 घंटे लगे. हम उस पूरे हिस्से को साफ कर चुके हैं.

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