World’s best street sweets 2023: भारत का हर राज्य अपने विशेष व्यंजनों के लिए जाना जाता है। राज्य छोड़े, यहां कि कुछ गलियां भी खाने-पीने और कुछ खास व्यजनों के लिए फेमस हैं। इन्हीं गलियों में मिलने वाली तीन मिठाइयों ने वर्ल्ड बेस्ट स्ट्रीट स्वीट्स की लिस्ट में अपनी जगह बना ली है। इस लिस्ट में बताया गया है कि दुनियाभर की तमाम फेमस फूड रेसिपी में से आपको इन तीन भारतीय मिठाइयों के भी जायके का स्वाद लेना चाहिए। स्वाद तो बाद में लेंगे पर पहले जानते हैं भारत में कहां से ये मिठाइयां फेमस हुईं और क्या थी इनके पीछे की कहानियां।
1. मैसूर पाक-Mysore Pak
मैसूर पाक, जिसे 1930 के दशक में मैसूर पैलेस की रसोई में एक इनोवेशन के रूप में राजा को प्रस्तुत किया गया था, आज TasteAtlas की लिस्ट में ये 14वें स्थान पर है। ये बेसन, घी और चीनी से बना एक साधारण व्यंजन है। दरअसल, इसकी कहानी यह है कि मैसूर के 24वें महाराजा कृष्णराज वाडियार के मुख्य रसोइए काकासुर मडप्पा ने शाही रसोई में एक प्रयोग सत्र के दौरान इस व्यंजन की खोज की थी।
दरअसल, मडप्पा को कुछ शाही मेहमानों के लिए विभिन्न मिठाइयां बनाने के लिए कहा गया था, उनके द्वारा बनाई गई विभिन्न मिठाइयों में से एक बेसन, घी और चीनी से बनी ये मिठाई थी। जब तक राजा ने इसे चखा, तब तक बेसन और चीनी इतनी सख्त हो चुकी थी कि पकवान घी से नरम होकर केक में बदल गया था और फिर इसका नाम दिया गया मैसूर पाक।
2. कुल्फी-Kulfi
कुल्फी का इजात असल में मुगलों के जमाने में हुआ था। ये TasteAtlas की लिस्ट में ये 18वें स्थान पर है। कुल्फी शब्द फारसी में कुल्फी से आया है जिसका अर्थ है ढका हुआ कप। इस मिठाई की उत्पत्ति 16वीं शताब्दी में मुगल साम्राज्य के दौरान दिल्ली में हुई थी। इसके पीछे कहानी ये थी कि गाढ़ा, चीनी और दूध का मिश्रण ठंड में बंद मटके में जम गया जो कि ढका हुआ था। इसमें मटका जो कि मिट्टी का बना था, इसका स्वाद अलग से आ रहा था। बाद में इस मिश्रण को पिस्ता और केसर से सुगंधित किया जाने लगा और इस मटके को बर्फ में डुबोया जाने लगा। इस, तरह मटका कुल्फ या कुल्फी का इलाज हुआ।
3. फालूदा कुल्फी-Falooda kulfi
TasteAtlas की लिस्ट में फालूदा कुल्फी 32वें स्थान पर है। पर भारत में आप इसे कई रंग-रूप में पा लेंगे। फालूदा कुल्फी भारतीय-मुगलई व्यंजन है जो कि लखनऊ, दिल्ली और लाहौर की गलियों से फेमस हुआ। इसमें नूडल्स में कुल्फी और ड्राई फ्रूट्स का मिश्रण होता है। इसके अलावा पारसी ईरानियों ने भी नवरोज़ पर इसे अपनी मिठाइयों का हिस्सा बना। इसमें कुल्फी के साथ फालूदा सेव या जो कि मोटी वाली सेवई होती है, उसके साथ सब्जी के बीजों और दूध मलाई के साथ बनाया जाता है।