DESK: प्रशांत किशोर के जन सुराज अभियान को एक और बड़ी सफलता मिली है। जेडीयू नेता और प्रदेश सचिव मोहम्मद इरफान ने पार्टी के सभी पदों सहित प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने जन सुराज अभियान से जुड़ने का फैसला किया है। इरफान जेडीयू के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष भी रह चुके हैं और जमुई के निवासी हैं।
जन सुराज में शामिल हुए मोहम्मद इरफान
मोहम्मद इरफान ने प्रशांत किशोर की मुहिम से प्रभावित होकर यह कदम उठाया है। उनके इस फैसले को जेडीयू के लिए बड़ा नुकसान माना जा रहा है। जन सुराज अभियान के तहत बिहार के विभिन्न दलों के नेता लगातार इस संगठन से जुड़ रहे हैं, जिससे जेडीयू और अन्य पार्टियों में हलचल मची हुई है।
आरजेडी का लेटर और जन सुराज
आरजेडी ने प्रशांत किशोर के संगठन जन सुराज को लेकर अपने कार्यकर्ताओं के लिए एक चेतावनी भरा लेटर जारी किया था। इस लेटर में आरजेडी कार्यकर्ताओं को जन सुराज से नहीं जुड़ने की हिदायत दी गई थी। इसके अलावा, लेटर में जन सुराज को बीजेपी की बी टीम बताया गया था। इस पर प्रशांत किशोर ने भी पलटवार किया था।
अनुशासनात्मक कार्रवाई
आरजेडी ने अपने दो नेताओं को जन सुराज से जुड़ने के आरोप में पार्टी से निष्कासित कर दिया है। यह अनुशासनात्मक कार्रवाई पार्टी के अनुशासन को बनाए रखने के लिए की गई है। जन सुराज अभियान की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए आरजेडी ने यह कदम उठाया है।