DESK: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म पर दिए विवादित बयान पर सियासी घमासान मचा हुआ है. बीजेपी मंत्रियों और नेताओं की प्रतिक्रिया के बाद अब उनके पिता ने चुप्पी तोड़ी है. एमके स्टालिन ने कहा कि उन्होंने सनातन सिद्धांतों पर अपने विचार व्यक्त किए जो अनुसूचित जाति, जनजातियों और महिलाओं के खिलाफ भेदभाव करते हैं, उनका किसी भी धर्म या धार्मिक मान्यताओं को ठेस पहुंचाने का कोई मकसद नहीं था.
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा कि बीजेपी समर्थक बल दमनकारी सिद्धांतों के खिलाफ उनके विचारों को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं. इसलिए एक झूठी कहानी गढ़ दी है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उदयनिधि ने सनातन विचारों वाले लोगों के नरसंहार की अपील की है. उदयनिधि का किसी धर्म को ठेस पहुंचाने का मकसद नहीं है.
On Tamil Nadu Minister Udhayanidhi Stalin's 'Sanatana Dharma should be eradicated', Tamil Nadu CM MK Stalin says "He expressed his views on Sanatan principles that discriminate against Scheduled Castes, Tribals, and Women, with no intention to offend any religion or religious… pic.twitter.com/pq2GP0esRp
— ANI (@ANI) September 7, 2023
विवादित बयान पर संत समाज नाराज
उदयनिधि के विवादित बयान पर बीजेपी समेत एनडीए नेताओं ने तीखी प्रतिक्रियाएं दी है. इसे अलावा संत समाज में भी उनके इस बयान को लेकर नाराजगी है. बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने तो उन्हें रावण कुल का बता दिया था.
उदयनिधि के खिलाफ कोर्ट में याचिका, थानों में FIR दर्ज
उदयनिधि के सनातन धर्म खत्म करने वाले बयान के खिलाफ कोर्ट में याचिका लगाई है. वहीं, पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. बिहार के मुजफ्फरपुर जिला कोर्ट में याचिका दायर की गई है. वरिष्ठ वकील सुधीर कुमार ओझा ने चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के कोर्ट में अर्जी दायर की है. इस मामले पर 14 सितंबर को सुनवाई होनी है. इधर वकील ने दिल्ली पुलिस में मामला दर्ज कराया है. इसके अलावा रामपुर के वकीलों ने भी स्टालिन के खिलाफ FIR दर्ज करवाई है.