DESK: इन दिनों सीमा हैदर और अंजू की प्रेम कहानी लोगों की जुबान पर है. एक पाकिस्तान की रहने वाली अवैध रूप से नेपाल के जरिए भारत में अपनी मोहब्बत से मिलने पहुंच गई, तो दूसरी भारत की रहने वाली वीजा लेकर पाकिस्तान पहुंच गई. लोगों को ये दोनों लव स्टोरी फिल्मी स्टाइल की मालूम पड़ रही हैं. कुछ इस तरह की एक स्टोरी आंध्र प्रदेश के नंदयाला जिले की है, जिसमें थ्रिलर और संस्पेंस बरकरार है.
दरअसल, इस समय गदिवेमुला मंडल में दौलत बी अपने माता-पिता के साथ रह रही हैं. उनके पति की मौत हो गई थी. इसके बाद परिवार चलाने के लिए उन्होंने मजदूरी की. इस दौरान साल 2010 में एक गलत कॉल आई, जिसने उनकी सारी जिंदगी को बदलकर रख दिया. इस कॉल को दौलत रिसीव नहीं कर पाई थीं. उन्होंने कॉल को फिर वापस लगाया, तो उनकी जान-पहचान पाकिस्तान के गुलजार से हुई. यह जान-पहचान प्यार में बदल गई. गुलजार अपनी प्रेमिका के प्यार में सारी सीमाएं तोड़ते हुए दुबई के रास्ते भारत आ गए.
एयरपोर्ट पर पकड़े गए गुलजार
भारत में दौलत बी ने अपने प्यार को पाने के लिए घर वालों से खूब मान-मनौव्वल की, जिसके बाद वे राजी हो गए और दोनों ने शादी कर ली. दस साल तक उनका वैवाहिक जीवन ठीक-ठाक चलता रहा. गुलजार पेंटर का काम करते हैं, दौलत बी मजदूरी करती हैं और उनके चार बच्चे हैं. पूरा परिवार एक साथ रह रहा है.
इन दस सालों के दौरान गुलजार को भारत का आधार कार्ड मिला और उसके जरिए परिवार के सभी सदस्यों को पासपोर्ट मिल गया. जब वे बेहतर जिंदगी पाने के इरादे से अपने देश पाकिस्तान जाने के लिए एयरपोर्ट पर गए, तो उन्हें हिरासत में ले लिया और पूछताछ की गई. जांच के दौरान गुलजार को पाकिस्तानी पाया गया और जेल भेज दिया गया.
गुलजार के मामले में 27 जुलाई को आएगा फैसला
पत्नी दौलत बी ने जेल में बंद अपने पति के लिए कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगाए और गुहार लगाई कि उसका पति गद्दार नहीं है. आखिरकार हैदराबाद हाईकोर्ट ने गुलजार को जमानत पर रिहा कर दिया. इस मामले पर आखिरी फैसला इसी महीने की 27 जुलाई को होना है. गुलजार के खिलाफ पासपोर्ट एक्ट, जालसाजी और धोखाधड़ी के साथ कई अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था. अब लोग यह जानने का इंतजार कर रहे हैं कि क्या उनकी प्रेम कहानी का सुखद अंत होगा या नहीं?